मैदानी क्षेत्रों में कोहरे के कारण बाघ एक्सप्रेस ट्रेन की गति धीमी हो गई है। शुक्रवार को ट्रेन काठगोदाम रेलवे स्टेशन पर निर्धारित समय से साढ़े चार घंटे देरी से पहुंची, जिससे यात्रियों को परेशानी हुई। ट्रेन कोलकाता, हावड़ा से चलकर बिहार व उत्तरप्रदेश के कई जिलों से होकर काठगोदाम पहुंचती है। कोहरे के कारण ट्रेन रुक-रुक कर चल रही है।
भारतीय रेलवे देश की सबसे बड़ी सरकारी संस्थाओं में से एक है. यहां लाखों कर्मचारी काम करते हैं और हर पद की अपनी अलग जिम्मेदारी होती है. इन्हीं में से एक अहम पद है स्टेशन मास्टर. ट्रेन संचालन से लेकर यात्रियों की सुरक्षा तक, स्टेशन मास्टर की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है. ऐसे में अक्सर लोगों के मन में सवाल आता है कि स्टेशन मास्टर को अभी कितनी सैलरी मिलती है और आने वाले 8वें वेतन आयोग के बाद उनकी तनख्वाह में कितना इजाफा हो सकता है.स्टेशन मास्टर किसी भी रेलवे स्टेशन का मुख्य जिम्मेदार अधिकारी होता है. स्टेशन पर ट्रेनों का समय पर आना-जाना, प्लेटफॉर्म की व्यवस्था, यात्रियों की सुविधा, सुरक्षा और कर्मचारियों के बीच तालमेल यह सब स्टेशन मास्टर की देखरेख में होता है. छोटे स्टेशन से लेकर बड़े जंक्शन तक, स्टेशन मास्टर की जिम्मेदारी स्टेशन के आकार और ट्रैफिक के हिसाब से बढ़ती जाती है.स्टेशन मास्टर की मौजूदा सैलरी कितनी हैभारतीय रेलवे में स्टेशन मास्टर का वेतन ग्रेड पे और अनुभव के आधार पर तय होता है. सामान्य तौर पर स्टेशन मास्टर की शुरुआती सैलरी 35,000 रुपये से 50,000 रुपये प्रति माह के बीच होती है. जैसे-जैसे अनुभव बढ़ता है और प्रमोशन मिलता है, वैसे-वैसे सैलरी भी बढ़ती जाती है.रेलवे में स्टेशन मास्टर के लिए अलग-अलग ग्रेड पे होते हैं. इनमें 1800, 1900, 2000 और 2400 ग्रेड पे शामिल हैं. हालांकि, स्टेशन मास्टर की नियमित तैनाती आमतौर पर 4200 ग्रेड पे से होती है. इस ग्रेड पे पर स्टेशन मास्टर की बेसिक सैलरी 35,400 रुपये होती है.भत्ते मिलाकर कितनी बनती है सैलरीस्टेशन मास्टर की सैलरी सिर्फ बेसिक तक सीमित नहीं रहती. सरकारी नियमों के अनुसार इसमें कई तरह के भत्ते जोड़े जाते हैं. इनमें प्रमुख रूप से महंगाई भत्ता (DA), हाउस रेंट अलाउंस (HRA) और नाइट अलाउंस शामिल होते हैं.रेलवे में स्टेशन मास्टर को कई बार रात की ड्यूटी भी करनी पड़ती है, इसलिए उन्हें नाइट अलाउंस दिया जाता है. इन सभी भत्तों को जोड़ने के बाद स्टेशन मास्टर की न्यूनतम सैलरी 45,000 से 50,000 रुपये प्रति माह तक पहुंच जाती है. बड़े स्टेशन या जंक्शन पर तैनात स्टेशन मास्टर को इससे ज्यादा सैलरी भी मिल सकती है.अनुभव और प्रमोशन से कैसे बढ़ती है तनख्वाहरेलवे में अनुभव का सीधा असर सैलरी पर पड़ता है. जैसे-जैसे स्टेशन मास्टर का अनुभव बढ़ता है, उन्हें सीनियर पदों पर प्रमोशन मिलता है. प्रमोशन के साथ ग्रेड पे और बेसिक सैलरी दोनों में बढ़ोतरी होती है. सीनियर स्टेशन मास्टर और बड़े स्टेशनों पर तैनात अधिकारियों की सैलरी 60,000 रुपये से ज्यादा भी हो सकती है. इसके अलावा रेलवे कर्मचारियों को समय-समय पर अन्य सरकारी सुविधाएं भी मिलती हैं, जैसे मेडिकल सुविधा, यात्रा पास और पेंशन भी मिलती है.यह भी पढ़ें - पंजाब में जिला परिषद सदस्यों की कितनी होती है सैलरी, चुनाव जीतने के बाद इन्हें क्या-क्या मिलेंगी सुविधाएं
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