Delhi University Exam 2025: डीयू के सेमेस्टर एग्जाम में शनिवार को स्टूडेंट्स को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. एग्जाम सेंटर पर पेपर तय समय से नहीं पहुंचे के कारण छात्रों को घंटों इंतजार करना पड़ा.
Drinking less water in winter is increasing the risk of urinary tract infections.
Proper Way To Eat Chia Seeds: फिटनेस इन्फ्लुएंसर्स से लेकर लाइफस्टाइल एक्सपर्ट तक हर कोई चियासीड को अपनी डायट में फिक्स कर चुका है. हेल्दी प्रोटीन बार से लेकर फल शेक और यहां तक कि मीठे डेजर्ट्स तक चिया सीड्स हर जगह घुस चुके हैं. खासतौर पर युवाओं में इसका क्रेज जबरदस्त है. न्यूट्रिशन के लिहाज से ये वाकई दमदार हैं, लेकिन इनके साथ एक सच्चाई भी जुड़ी है, जिसके बारे में बात कम ही होती है, वो है इसके सेवन का सही तरीका. गलत तरीके से खाए गए चिया सीड्स से सेहत को नुकसान भी पहुंच सकता है. कैसे? चलिए आपको बताते हैं. चिया सीड्स क्या होते हैं?काले, छोटे-छोटे ये बीज Salvia hispanica L. पौधे से आते हैं. मिडिल अमेरिका में इनका इस्तेमाल सदियों से होता चला आ रहा है. साल 2019 की स्टडी बताती है कि एजटेक और माया सभ्यताओं के लोग इन्हें औषधीय और सौंदर्य संबंधी उपयोगों में शामिल करते थे.क्यों है चिया सीड्स का इतना हाइप?इन छोटे बीजों में ओमेगा-3 फैटी एसिड, पॉलीअनसैचुरेटेड फैट, ढेर सारा फाइबर, प्रोटीन, विटामिन और कई महत्वपूर्ण मिनरल पाए जाते हैं. ये पॉलीफीनॉल्स और कैफिक एसिड, रोजमैरीनिक एसिड, मायरीसेटिन, क्वेरसेटिन जैसे एंटीऑक्सिडेंट्स का भी बेहतरीन स्रोत हैं. USDA के मुताबिक, 2 टेबलस्पून (28 ग्राम) चिया सीड्स में होता है. कैलोरी- 138प्रोटीन- 4.7 ग्रामफैट- 8.7 ग्राम (जिसमें 5 ग्राम ओमेगा-3)कार्ब्स- 12.3 ग्राम (जिसमें 10.6 ग्राम फाइबर)कैल्शियम- 18 प्रतिशत डीबीमैग्नीशियम- 23 प्रतिशत डीवीफॉस्फोरस- 27 प्रतिशत डीबीविटामिन B1- 15 प्रतिशत डीबीविटामिन B3- 16 प्रतिशत डीबी2023 में Frontiers in Plant Science में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, चिया सीड्स दिल की सेहत सुधारने, कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करने और कैंसर से लड़ने तक में क्षमता दिखाते हैं. फाइबर की मात्रा इतनी अधिक है कि ये टाइप-2 डायबिटीज और पाचन से जुड़ी कई समस्याओं में भी सहायक माने जाते हैं.इससे क्या खतरा होता हैहार्वर्ड और स्टैनफोर्ड-ट्रेंड गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. सौरभ सेठी ने एक वीडियो में चेतावनी दी कि “चिया सीड्स हेल्दी हैं, लेकिन अगर इन्हें गलत तरीके से खाया जाए तो गंभीर समस्या पैदा कर सकते हैं. ” उन्होंने बताया कि सूखे चिया सीड्स खाने और फिर पानी पीने से ये बीज गले या इसोफेगस में फूलकर अटक सकते हैं. जो बाद में एंडोस्कोपी से निकालने की नौबत तक ले जा सकता है. यह दुर्लभ है, लेकिन निगलने में परेशानी या अन्य जीआई समस्याओं वाले लोगों में जोखिम बढ़ जाता है. डॉ. कुनाल सूद ने भी एक मामले का ज़िक्र किया, जिसमें 39 साल के एक व्यक्ति ने एक चम्मच सूखे चिया सीड्स पानी के साथ निगल लिए, बीज गले में फैल गए और सांस लेने का रास्ता ब्लॉक होने लगा. View this post on Instagram A post shared by Saurabh Sethi MD MPH | Gastroenterologist (@doctor.sethi)चिया सीड्स को खाने का सही तरीकाडॉ. सेठी कहते हैं कि चिया सीड्स को हमेशा सही तरीके से भिगोकर ही खाना चाहिएकम से कम 30 मिनट तक पानी में भिगोएंबेहतर है ओवरनाइट भिगो देंइसे भी पढ़ें- Root Canal Benefits: सिर्फ दांत ही नहीं बचाता रूट कनाल, इन बीमारियों से भी दिलाता है राहतDisclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13 दिसंबर 2020
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